जी हाँ आपने सही सुन और पढ़ा भी होगा। इंडिया में जल्द ही US की इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला की New Tesla Model 3 लॉन्च होने जा रही है। इस कंपनी के मालिक और दुनिया के सबसे आमिर व्यक्तियों में से एक एलन मास्क ने ट्वीट करके इसकी घोषणा की है। यह गाड़ी पहले CBU (कम्पलीट बिल्ट यूनिट) में इंडिया में आकर बिकेगी।
बहुत से लोगों को ये CBU समझ नहीं आया होगा तो हम बता देते हैं इसका मतलब। इसका मतलब होता है ये गाड़ी विदेश से सीधे इम्पोर्ट होकर यहाँ बिकेगी। जिस वजह से इस पर टैक्स और इम्पोर्ट ड्यूटी लगने के बाद इसका प्राइस लगभग डबल हो जायेगा। अगर USA की बात करे तो यह गाड़ी अमेरिका में करीब 26.50 लाख रुपए(इंडियन करेंसी के अनुसार) की है।
लेकिन इंडिया में यह गाड़ी करीब 55 से 60 लाख रुपए में मिलेगी। जैसा ही हमने आपको पहले ही बताया है कि ये इंडिया में CBU होकर बिकेगी। जिस वजह से इसका प्राइस लगभग डबल हो जायेगा। एक बार चार्ज होने पर यह गाड़ी करीब 402 किलोमीटर तक चलती है। इसमें नार्मल चार्ज और फ़ास्ट चार्ज के दोनों ऑप्शन हैं।
Table of Contents
New Tesla Model 3
model 3 इंडिया में लगाएगा फैक्ट्री
टेस्ला ने भारत में भी अपना प्लांट बनाने की योजना बनाई है। कर्णाटक की सरकार ने भी इसक पुष्टि की है। हो सकता है आने वाले समय में जब यह गाड़ी CKU (completely Knocked Down Unit) होकर बिकेगी तो यह सस्ती पड़ेगी। अब आपके सामने यह सवाल आ गया होगा की ये CKU क्या बला है। घबराइए नहीं हम बताते हैं ये CKU का मतलब क्या है।
इसका मतलब है कि जब गाड़ियों के पार्ट्स बाहर से मंगाकर किसी देश में उस गाड़ी को अस्सेम्ब्ल किया जाता है मतलब तैयार किया जाता है। ऐसी गाड़ियों को CKU गाड़ियां कहा जाता है। कर्णाटक में टेस्ला ने यही सोचकर अपनी फैक्ट्री लगाने की योजना बनाई है।
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New Tesla model 3 interior
टेस्ला मॉडल 3 का इंटीरियर
टेस्ला की यह model 3 के इंटीरियर की बात करें तो इसमें एक बार इंच की स्क्रीन आती है। यह स्क्रीन ही इस गाड़ी को पूरी तरह से कण्ट्रोल करती है। गाड़ी का बोनेट खोलना हो या गाड़ी की डिग्गी। इसी टच स्क्रीन से पूरी गाड़ी को कण्ट्रोल किया जाता है। टेस्ला 3 में सिर्फ 2 बटन हैं। बाकि का सारा काम इसमें लगी टच स्क्रीन करती है।
यह गाड़ी सॉफ्टवेयर, सेंसर और कैमरा से कण्ट्रोल होती है। इसकी सीट्स इलेक्ट्रॉनिक अडजस्टेबल हैं। इसके टच स्क्रीन में नेटफ्लिक्स और यूट्यूब के फीचर भी दिए हैं जब आप किसी का इंतज़ार कर रहे हो तो इस गाड़ी में बैठ कर नेक्सट्फ़्लिक्स या यूट्यूब पर अपने पसंद के वीडियो देख सकते हैं।
वीडियो गेम मजा भी देती है टेस्ला
New Tesla Model 3
यदि आप वीडियो गेम के शौक़ीन हैं तो टेस्ला की गाड़ियों में आप वीडियो गेम भी खेल सकते हैं। अभी हम यहाँ सिर्फ model 3 की बात करेंगे। model 3 की स्क्रीन पर आप वीडियो गेम खेल सकते हैं और इस गाड़ी का स्टीयरिंग को भी वीडियो गेम के इस्तेमाल कर सकते हैं। इसका साथ साथ इस गाड़ी में आप वीडियो गेम कंट्रोलकर लगाकर भी वीडियो गेम खेल सकते हैं।
New Tesla Model 3 range
टेस्ला मॉडल 3 की रेंज
आपने अक्सर सुना होगा कि जब हम इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बात करते हैं तो अक्सर range की बात करते हैं। जैसे पेट्रोल और डीजल गाड़ियों में हम उनके माइलेज का पूछते हैं कि एक लीटर पेट्रोल या डीजल में गाड़ी कितने किलोमीटर चलती है। उसी तरह इलेक्ट्रिक गाड़ियों में रेंज का मलतब होता है कि गाड़ी की बैटरी एक बार चार्ज करने पर कितने किलोमीटर तक चलती है।
अगर हम टेस्ला के मॉडल-3 की रेंज की बात करें तो इसका नार्मल वैरिएंट एक बार चार्ज करने पर 402 किलोमीटर तक चलता है। जबकि मॉडल-3 AWD वैरिएंट एक बार गाड़ी को चार्ज करने पर 518 किलोमीटर तक यह गाड़ी चलती है।
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New Tesla Model 3 सुपर कार है
टेस्ला की हर गाड़ी अपने आप में सुपर कार है। यहाँ हम टेस्ला मॉडल 3 की ही बात करेंगे। क्यूंकि इसी गाड़ी के इंडिया में आने की अनाउंसमेंट हुई है। यदि टेस्ला की गाड़ी को आप पार्किंग में या किसी ऐसी जगह छोड़ देते हो, जहाँ आपको लगता है कि पीछे से कोई आपकी गाड़ी के साथ छेड़छाड़ कर सकता है। तो आप इसमें एक पेन ड्राइव या हार्डडिस्क लगा सकते हो और गाड़ी के कैमरा क्यों कर सकते हैं।
बंद पड़ी आपकी Tesla model 3 अपने आस पास की रिकॉर्डिंग करती है और वह रिकॉर्डिंग आपकी पेन ड्राइव या हार्ड डिस्क में सेव होती रहती है।
यदि आप इस कार को पार्किंग या गेराज में खड़ा करके ऑफिस या मार्किट या किसी के घर चले जाते हैं और वहां जाकर आपके मन में बार बार ये आता है कि पता नहीं आपने गाड़ी को सही से लॉक किया था कि नहीं। गाड़ी के शीशे बंद किये थे नहीं। आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। क्यूंकि आपके बाहर निकलते ही यह गाड़ी अपने आप खुद को लॉक कर लेती है।
New Tesla Model 3
टेस्ला की कार की चाबी आपको लगेगी डेबिट कार्ड
टेस्ला की कारों में इतनी खूबियां या फीचर्स हैं कि हम बताते बताते तक जायेंगे और आप पढ़ते पढ़ते। इसकी गाड़ियां कीलेस होती हैं। टेस्ला की गाड़ी को आप अपने फ़ोन से भी खोल सकते हैं। इसके लिए आपको अपने फ़ोन में टेस्ला का एप डाउनलोड करना होगा। इसके अलावा टेस्ला डेबिट कार्ड जैसी key दी है। जिसे आप जैसे ही गाड़ी से टच करते हैं तो यह अपने आप ओपन हो जाती है।
New Tesla Model 3
ElonMusk’s Tesla
टेस्ला के मालिक हैं इलोन मस्क
आपको टेस्ला कंपनी के बारे में भी थोड़ी जानकारी दे दें। यह कंपनी केवल इलेक्ट्रिक कारें बनाती है। इसके मालिक एलन मस्क हैं। टेस्ला ने अभी तक अपने सिर्फ 4 मॉडल मार्किट में उतारे हैं। जिसमे 2 मॉडल सेडान हैं। जबकि बाकि 2 मॉडल एसयूवी हैं। यदि ये कार भारत में आती हैं तो इनका प्राइस कितना होगा और इन गाड़ियों के नाम क्या हैं।
आइये हम बताते हैं। 1. model-y करीब 50 लाख रुपए की है। model-3 का प्राइस लगभग 55 से 60 लाख हैं। ये दोनों सेडान हैं। model-s का प्राइस करीब 1.5 करोड़ है और टेस्ला की सबसे महंगी कार model-X है। इसका प्राइस करीब 2 करोड़ रुपए है। ये दोनों एसयूवी हैं। टेस्ला की गाड़ियां अमेरिका और यूरोप में तैयार होती हैं। इन गाड़ियों के कुछ पार्ट्स चीन में भी तैयार होते हैं।
New Tesla Model 3
को 1 महीने तक नहीं चलाओ तो क्या होगा?
चूँकि इलेक्ट्रिक कारे बैटरी से चलती है। इसलिए हमारे मन में यह सवाल आता है कि इन गाड़ियों को यदि ऐसे ही बंद करके छोड़ दिया जाये तो जैसे मोबाइल फ़ोन की बैटरी धीरे धीरे खत्म होने लगती है तो इनकी बैटरी भी इसी तरह खत्म होने लगती होगी। यह सही बात है कि इन गाड़ियों की बैटरी धीरे धीरे drain out (खत्म) होने लगती है।
इसका प्रैक्टिकल करने के लिए हमने हमारे विदेश में रहने वाले एक दोस्त से बात की, जिनके पास tesla का मॉडल-3 है। उन्होंने बताया कि टेस्ला की गाड़ी की बैटरी एक सप्ताह में करीब 7 परसेंट कम हो जाती है। मान लीजिये अपने अपनी टेस्ला गाड़ी 70 % चार्ज करके एक महीने बाद चलाने के लिए ऑन की तो उसकी करीब 28% बैटरी ड्रेन आउट हो जाएगी। इस तरह 40 परसेंट बैटरी फिर भी आपकी गाड़ी में रहेगी।
New Tesla Model 3
tesla model 3 में आता है डॉग मोड
tesla model 3 दुनिया की पहली ऐसी गाड़ी है जो डॉग मोड में आती है। यदि आप गाड़ी में अपने डॉग को लेकर जा रहे हैं और आपको कुछ काम है और आप चाहते हैं कि आप गाड़ी में अपने डोगी को छोड़ दें। इसके लिए आपको सिर्फ गाड़ी का डॉग मोड ऑन करना होगा। जिससे गाड़ी का टेम्प्रेचर आपके डॉगी के अनुकूल हो जायेगा और आपका डॉगी आराम से गाड़ी में आराम करेगा।
New Tesla Model 3 review
टेस्ला मॉडल 3 का रिव्यु
टेस्ला मॉडल-3 इलेक्ट्रिक गाड़ी है,इसलिए इसमें इंजन नहीं है। इस गाड़ी में आगे भी आप अपना सामान रख सकते हैं और पीछे भी। आप इस गाड़ी के फ्रंट ट्रंक(डिग्गी) या बैक ट्रंक(डिग्गी) दी गयी है।
New Tesla Model 3
टेस्ला को चार्ज कैसे करें
यदि आप अमेरिका या यूरोप में हैं तो इलेक्ट्रिक कार टेस्ला को आप 3 तरह से चार्ज कर सकते हैं। यूरोप और अमेरिका में खुद का चार्जिंग नेटवर्क बनाया हुआ है। लेकिन इंडिया में आप अपने गेराज या पार्किंग में गाड़ी चार्ज कर सकते हैं। इसके अलावा सरकार द्वारा भी चार्जिंग स्टेशन बनाये जा रहे हैं, वहां भी आप अपनी इस इलेक्ट्रिक कार को चार्ज कर सकते हैं।
New Tesla Model 3
टेस्ला में अपना प्रोफाइल बनाकर अपने हिसाब से आप इसे चला सकते हैं।
हमने कहा था न कि टेस्ला की गाड़ियों में इतनी खूबियां है जिन्हे आप गिनते गिनते थक जायेंगे, लेकिन फीचर्स खत्म नहीं होंगे। हम यहाँ एक और खूबी की बात कर रहे हैं। मान लजिए आपके घर में 2 मेंबर एक ही गाड़ी को चलाते हैं, लेकिन दोनों अपने हिसाब से कार की ड्राइविंग सीट, मिरर और अलग अलग स्पीड से गाड़ी ड्राइव करते हैं तो इस गाड़ी में दोनों अपना अलग अलग प्रोफाइल बना सकते हैं।
जैसे ही आप इस गाड़ी में एंट्री करेंगे तो आपके मोबाइल फ़ोन में डाउनलोड इसकी एप गाड़ी को बता देगी कि दोनों में से कौन सा गाड़ी ड्राइव कर रहा है। गाड़ी जो ड्राइव करेंगे उसके हिसाब से सीट, मिरर आदि सेट कर देगी। मान लीजिये आप दोनों ही एक साथ अपना मोबाइल फोन लेकर गाड़ी में बैठते हैं तो फिर गाड़ी में लगी टच स्क्रीन में जाकर आपको अपना प्रोफाइल चूज़ करना पड़ेगा।
New Tesla Model 3 ऑटो पायलट और एफएसडी वैरिएंट में मिलती है
-सेल्फ ड्राइव और ऑटो पायलट का मतलब अपने आप नहीं चलेगी ये कार
टेस्ला की मॉडल-3 ऑटो पायलट और फुल सेल्फ ड्राइव(fsd) दो वैरिएंट्स में मिलती है। fsd ऑटो पायलट से करीब 7.5 लाख रुपए महंगी है। क्यूंकि इसमें कुछ फीचर्स ज्यादा हैं। बहुत से लोग ऑटो पायलट और सेल्फ ड्राइव से ये समझते हैं कि ये गाड़ी अपने आप चलेगी लेकिन ऐसा नहीं है, दोनों ही वैरिएंट की इस गाड़ी में आपको स्टेरिंग को पकड़ना होगा।
ऑटो पायलट मोड में ये गाड़ी एक बार स्पीड डालने पर खुद उसी स्पीड से चलती है। आगे कोई गाड़ी चल रही हो तो ये खुद अपनी स्पीड कम कर लेती है। जबकि सेल्फ ड्राइव में रेड लाइट आने पर ये गाड़ी खुद रुक जाती है और ग्रीन लाइट पर खुद ब खुद चलने लगती है।
अंत में बस एक बात और कहना चाहेंगे। जिस तरह से पेट्रोल डीजल की कारों में चाबी लगाकर और गियर डाला और गाड़ी चलने लगती है, New Tesla Model-3 थोड़ी टेक्नीकल गाड़ी है। कुछ लोगों को इसे ड्राइव करने कठिनाई आ सकती है। लेकिन अगर इसे सुपर कार कहे तो वो इसका बिलकुल ठीक नाम होगा।
इंडिया में टेस्ला बेचने के लिए एलन मस्क ने चली चाल
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